निराशा और बुराई के अंधकार का आकार कितना भी विशाल क्यों ना हो चेतना की एक छोटी सी किरण उसे पूर्णत: मिटाया जा सकता है। परिवर्तन की इस यात्रा में सकारात्मक सोच और अभ्यास ही सबकुछ हैं। अभ्यास ना केवल अनुभव देता है बल्कि परिवर्तन की इस अनुपम यात्रा पर लगातार आपको आगे बढ़ाता है। परमधाम संस्थान के स्वयं सापेक्ष के परम सिद्धांत से समय समय पर आप अपना आंकलन और अवलोकन कर सकते हैं।