दान का महत्व
सनातन धर्म में गाय का विशेष उल्लेख मिलता है। हर धार्मिक अनुष्ठान से लेकर हर संस्कार और रिवाज में गाय का विशेष महत्व बताया गया है। अथर्ववेद के अनुसार- 'धेनु सदानाम रईनाम' अर्थात गाय समृद्धि का मूल स्रोत है। गाय समृद्धि व प्रचुरता की द्योतक है। वह सृष्टि के पोषण का स्रोत है। वह जननी है। ब्रह्मांड की रुप रेखा के अनुसार गाय का वास एक औजस्वी सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत माना गया है। इस धरा पर गाय एक मात्र ऐसा पशु है जिसको माता कहकर पुकारा जाता गौ सेवा करने का तात्पर्य है सीधे सीधे प्रकृति मां की सेवा करना क्यों कि गाय को सर्व जननी कहा जा सकता है। गाय से जुड़ी सभी चीजें जैसे दूध,दही मक्कखन,घी,गोबर और गोमूत्र जैसी सभी चीजें अद्भुत गुणों से सम्पन्न हैं। गाय का सिर्फ धार्मिक और आस्थिक महत्व ही नहीं बल्कि ज्योतिषिय महत्व भी है। ज्योतिष के अनुसार 09 ग्रहों की शांति के लिए गाय की पूजा विशेष रुप से लाभदायी है।
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